रंग-  रंगीला अपना  देश
अजब -निराला अपना देश |
मस्तक मुकुट हिमालय सोहे
सागर इसके चरणन  धोये
ताल-तलैया  धोरे- पर्वत
रूप सुहाना मन को मोहे |
सींचे नदियाँ सारा देश
हरा-भरा मतवाला देश |
हर दिन उत्सव यहां मनाते
रीत रिवाजे यहां निभाते
होली और गणगौर  पर्व पर
हिल -मिल गीत प्रीत के गाते |
पहने रंग- रंगीले वेश
अजब- निराला अपना देश |
दीयों का त्यौहार दिवाली
धूम -धड़ाके लेकर आती
भाईचारे -प्रेम की बातें
हमको   मीठी ईद सिखाती |
नाचे- गाये मौज  मनाएँ
वैशाखी देती संदेश |
आजादी का दिन जब आता
बलिदानों की याद दिलाता
देश के हित में मर मिटने का
सब बच्चो को पाठ पढाता |
झंडा फ़हरे पुरे देश
छैल  -छबीला  अपना देश |
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